देवबंद के मौलाना नोमानी ने मुसलमानों की नाक कटा दी

सहारा टुडे कानपुर 


मो तारिक संपादक 


कल जब देवबंद पर हमला होगा तब उनका कौन साथ देगा


देवबंद के मौलाना अबू कासिम नोमानी ने मुसलमानों की नाक कटा दी नागरिक बिल के विरोध में हिंदुस्तान में हर शहर में प्रदर्शन हो रहे हैं जामिया मिलिया से लेकर एम यू तक सभी जगहपर  हिंसक प्रदर्शन हुए हैं और  जामिया मिलिया में बेगुनाह छात्रों को बेरहमी से पीटा गया उनकी आबरू से खेला गया  इसकी चारों तरफ निंदा हो रही है नागरिक बिल के खिलाफ छोटे बड़े शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं लोग अपने हक की आवाज उठा रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ इस मौलाना ने बुज़दिली  का सबूत देते हुए यह साबित कर दिया कि देवबंद का छात्र बुज़दिल है उनका का यह बयान किकोई भी मदरसा इस आंदोलन में शामिल नहीं होगा उसका कोई लेना-देना नहीं है क्या इस प्रकार की कथनी से मौलाना को सरकार की वाहवाही मिल जाएगी और आगे चलकर कोई बड़ी कुर्सी दे दी जाएगी लेकिन मुसलमानों के दिलों पर बहुत बड़ा जख्म दे दिया है जिसको भुलाया नहीं जा सकता देवबंद के लोग बहुत बहादुर होते हैं लेकिन मौलाना नोमानी ने ऐसी बात करके मुसलमानों में खाई पैदा करने की कोशिश की गयी है यह मौलाना भूल गए कि कल उनके भी मदरसे में गोलियां चली थी उनके वजूद को खत्म किया गया था आज वह सरकार का गुणगान कर रहे हैं उनका यह बयान सरकार के एजेंट के तौर पर देखा जा रहा है क्या मौलाना  सरकार के एजेंट बन गए हैं या बुज़दिली से मैदान छोड़कर भाग रहे हैं आने वाले समय में मामला और गंभीर होगा तो क्या देवबंद की संस्थायें मुसलमानों के दुख दर्द में शामिल नहीं हो होंगीक्या देवबंदने  मुसलमानों में खाई पैदा करने की कोशिश की है देवबंद के मौलाना नोमानी की इस हरकत पर लोग भाव चकके हैं और चारों तरफ निंदा हो रही है एक तरफ सरकार की तरफ से मुसलमानों को बेदखल करने का कुचक्र किया जा रहा है तो दूसरी तरफ मौलाना नोमानी जैसे सरकारी एजेंटों को मोटी रकम देकर खरीदने का प्रयास किया जा रहा है देवबंदी का इदारा एक मशहूर इदाराहै वहां का मौलाना अगर बुज़दिली की बात करता है तो बड़े शर्म की बात है ऐसा लगता है कि मौलाना नोमानी ने सही इस्लामी तालीमात   हासिल नहीं की है अगर की होती तो आज इस तरह की अनकही बातें ना कहते यह लड़ाई किसी की निजी लड़ाई नहीं है बल के एक क़ौम की लड़ाई है इसमें सभी मसलक के लोग शामिल हैं ऐसे में देवबंद इस लड़ाई से किनारा करता है और सरकार का भोपू बन जाता है तो उसके लिए मुसलमानों के दिल में कोई भी जगह नहीं रह जाती आज देवबंद के तालिब इल्म भी मौलाना के बयान को घटिया बता रहे हैं कल जब देवबंद में खतरा हो गा और ताला डाल दिया  जाएगा तब उनकी लड़ाई में कौन शामिल होगा सरकार के जो भी इरादे हैं उसमें कुछ भी संभव हो सकता है